यात्रियों के नज़रिए
कक्षा 12 इतिहस
महत्वपूर्ण प्रश्न
विशेष रूप से NCERT और CBSE बोर्ड के लिए
1. प्रसिद्ध यूरोपीय लेखक दुआते बरबोसा का यात्रा वृतांत किस सन्दर्भ में है ?
उत्तर: प्रसिद्ध यूरोपीय लेखक दुआते बरबोसा का यात्रा वृतांत दक्षिण भारत के व्यापर और समाज के बारे में है l
2. इब्न बतूता ने डाक प्रणाली के बारे क्या बताया ?
उत्तर: इब्न बतूता अपने यात्रा वृतांत में बताता है की हिंदुस्तान में डाक प्रणाली दो प्रकार की थी :
a) पैदल डाक प्रणाली
b) घुड़सवार डाक प्रणाली
3. भारतीय समाज को समझाने के लिए अलबरूनी ने किन वस्तुओं का सहारा लिया ?
उत्तर: अलबरूनी ने समाज को समझने के लिए विभिन्न प्रकार के संस्कृत के ग्रंथों का अध्ययन किया l उसने संस्कृत में रचित विज्ञान, गणित और दर्शन शास्त्र का अध्ययन किया l
4. फ्रांस्वा बर्नियर कौन था ? वह भारत कब और क्यों आया?
उत्तर: फ्रांस्वा बर्नियर एक फ्रांसीसी चिकत्सक, राजनीतिज्ञ और इतिहासकार था l वह 17वीं शताब्दी में मुग़ल साम्राज्य में अवसरों की तलाश में भारत आया था l
5. इब्न बतूता ने भारत आने से पहले किन किन देशों की यात्रा की थी ?
उत्तर: भारत आने से पहले इब्न बतूता ने अरब, सीरिया, इराक, यमन, ओमान और अफ्रीका की पूर्वी तट की यात्रा की थी l
6. मार्कोपोलो का सक्षिप्त परिचय दीजिये l
उत्तर: मोर्कोपोलो वेनिस यात्री था जिसने 13वीं सदी में चीन और भारत की यात्रा की थी l
7. महिलाओं और पुरुषों के द्वारा यात्रा करने के क्या कारण थे ? अलबरूनी ने अपनी कृति किस भाषा में लिखी थी और किन लोगो के लिए लिखी थी ?
उत्तर: महिलाएँ और पुरुष विभिन्न कारणों से यात्रा करते थे जो निम्नलिखित है :
1) काम की तलाश में l
2) प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए l
3) व्यापर करने के लिए l
4) सैनिक, पुरोहित और तीर्थयात्रा के लिए भी यात्रा की जाती थी l
अलबरूनी ने अपनी कृति अरबी भाषा में लिखी l
8. बर्नियर का शिविर नगर से क्या अभिप्राय था ?
उत्तर: ऐसे शहर जो अपने अस्तित्व को बनाये रखने के लिए राजकीय शिविर पर निर्भर थे , उन्हें बर्नियर ने शिविर नगर कहकर बुलाया l
9. किताब उल हिन्द में किन किन विषयों का वर्णन किया गया है l
उत्तर: अलबरूनी ने खगोलशास्त्र, ज्योतिषशास्त्र, गणित, साहित्य और अन्य कई विषयों पर पुस्तक लिखी है l
10. भारत में मध्य की स्थिति नहीं है? यह कथन किसने कहा और क्यों कहा ?
उत्तर: “भारत में मध्य की स्थिति नहीं है ” यह कथन फ्रांस्वा बर्नियर का है l बर्नियर के अनुसार भारत में केवल दो ही वर्ग थे एक अभिजात वर्ग जो बहुत धनी था और दूसरी तरफ किसान और मजदूर जो बहुत गरीब था l मध्य वर्ग का कोई नामों निशान नहीं था l