पृथ्वी की उत्पति Origin of Earth

पृथ्वी की उत्पति

पृथ्वी की उत्पति Origin of Earth के इस चैप्टर में हम पृथ्वी और ब्रह्माण्ड की उत्पति पर प्रकाश डालेंगे l

पृथ्वी की उत्पति में आये कुछ प्रमुख शब्द :

प्रकाश वर्ष Light year: दूरी का मात्रक है l 1 वर्ष में प्रकाश के द्वारा तय की गई कुल दूरी को प्रकाश वर्ष कहा जाता है l  प्रकाश की चाल 300000 किलोमीटर प्रति सेकंड होती है l 

 खगोलीय एकक Astronomical Unit: सूर्य से पृथ्वी की दूरी 14 करोड 95 लाख 98 हजार किलोमीटर है l इसे खगोलीय एकक कहा जाता है l 

द बिग स्प्लैट  The big splat : ऐसा विश्वास किया जाता है कि पृथ्वी के उपग्रह के रूप में चंद्रमा की उत्पत्ति एक बड़े टकराव का नतीजा है जिसे द बिग स्प्लैट  कहा जाता है l 

विभेदन Differentiation: पृथ्वी की उत्पत्ति के दौरान हल्के में भारी घनत्व वाले पदार्थों के पृथक होने की प्रक्रिया को विभेदन कहा जाता है l 

कुछ और प्रमुख शब्द

 प्रकाश संश्लेषण Photosynthesis: हरे पेड़ पौधों तथा ग्रीन ब्लू एल्गी (Green Blue Algae) के द्वारा सूर्य के प्रकाश और कार्बन डाइऑक्साइड को कार्बनिक पदार्थ में बदलने की प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहते हैं l इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन निष्कासित होती है l 

गैस उत्सर्जन Degassing: वह प्रक्रिया जिससे पृथ्वी के भीतरी भाग से कैसे धरती पर आई इसे गैस उत्सर्जन कहा जाता है l 

 जटिल जैव अणु (कार्बनिक पदार्थ Organic Substance): वह पदार्थ जो कार्बन हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिलने से बनते हैं उन्हें कार्बनिक पदार्थ कहा जाता है l ऐसा माना जाता है कि इन पदार्थों के निर्माण से ही पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति प्रारंभ हुई l 

क्षुद्र ग्रह, धूमकेतु, पार्थिव और जोवियन ग्रह

क्षुद्र ग्रह Asteroids: ऐसे खगोलीय पिंड जो धूमकेतु से बड़े परंतु ग्रहों से छोटे होते हैं उन्हें शुद्र ग्रह कहते हैं हमारे सौरमंडल में शुद्र ग्रह मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच स्थित हैं l  सबसे पहले खोजा जाने वाला क्षुद्र ग्रह  है सेरेस है l 

धूमकेतु Comets: पत्थर धूल बर्फ और गैस के बने हुए छोटे-छोटे खगोलीय पिंड जो हमारे सौरमंडल में सूर्य की परिक्रमा करते हैं l ठीक उसी प्रकार से जिस प्रकार से ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं l  इनकी एक लंबी पूछ होती है और यह रात के आकाश में एक लंबी पूछ वाले जलते हुए प्रतीत होते हैं l यह सूर्य का चक्कर अंडाकार पथ पर लगाते हैं l 

  पार्थिव ग्रह: ऐसे ग्रह जो शैल और धातुओं से मिलकर बने होते हैं उन्हें पार्थिव ग्रह कहते हैं l  बुध शुक्र पृथ्वी मंगल पार्थिव ग्रह कहलाते हैं l 

 जोवियन ग्रह: ऐसे ग्रह जिनका निर्माण गैसों से हुआ है उन्हें जोवियन ग्रह कहा जाता है l   जोवियन ग्रह मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैसों के बने हुए हैं l 

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आरंभिक सिद्धांत : पृथ्वी की उत्पति एक विरान ग्रह के रूप में

आरंभिक सिद्धांत में कई प्रारंभिक दशकों और वैज्ञानिकों ने कल्पनाएं प्रस्तुत किए हैं l

जिसमें इमानुएल कांटऔर गणितज्ञ ला प्लेस आदि ने निहारिका परिकल्पना (Nebular Hypothesis) की कल्पना की है l   

चैंबर्लेन और मॉल्टन सर जेम्स जींस और हैरोल्ड जाफरी सिद्धांत:

ब्रह्मांड में एक अन्य भ्रमणशील तारा सूर्य के नजदीक से गुजरा इसके परिणाम स्वरूप तारे के गुरुत्वाकर्षण से सूर्य सतह से सिगार के आकार का कुछ पदार्थ निकाल कर अलग हो गया l यह तारा जब सूर्य से दूर चला गया तो सूर्य सत्ता से बाहर निकला हुआ यह पदार्थ सूर्य के चारों तरफ घूमने लगा और यही धीरे-धीरे संगठित होकर ग्रहों के रूप में परिवर्तित हुआ l 

रूस के ऑटो शिमिड और जर्मनी के कार्ल वाईजास्कर ने अभिवृद्धि (Accretion) का सिद्धांत दिया l 

आधुनिक सिद्धांत

पृथ्वी और ब्रह्मांड की उत्पत्ति का आधुनिक सिद्धांत बिग बैंग(Big Bang) सिद्धांत है l  बिग बैंग सिद्धांत का प्रतिपादन 1920 में एडविन हबल ने किया था l  इस सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक परमाणु से हुई है l  एकाकी परमाणु में विस्फोट होने के कारण ब्रह्माण्ड का उदय हुआ l ब्रह्मांड का आज भी विस्तार हो रहा है l बिग बैंग की घटना आज से 13.7 अरब वर्ष पहले हुई थी l

स्थिर अवस्था संकल्पना Steady State Concept 

इसका प्रतिपादन हॉयल ने किया था स्थिर अवस्था संकल्पना का प्रतिपादन आयल ने किया था इस संकल्पना के अनुसार ब्रह्मांड किसी भी समय में एक ही जैसा रहा है l

पृथ्वी की उत्पत्ति आज से लगभग 4.54 अरब वर्ष पहले हुई थी l (ncert 4.60 अरब वर्ष पहले)

प्रारंभ में पृथ्वी पर आज की तरह वह मंडल नहीं था l यह वायुमंडल बहुत विरल था l प्रारंभिक वायुमंडल हाइड्रोजन और हीलियम गैस से बना हुआ था l   विभिन्न प्रकार की परिघटना ओं के पश्चात पृथ्वी का निर्माण हुआ l

पृथ्वी की उत्पत्ति

पृथ्वी की उत्पत्ति आज से लगभग 4.54 अरब वर्ष पहले हुई थी l (ncert 4.60 अरब वर्ष पहले)

प्रारंभ में पृथ्वी पर आज की तरह वह मंडल नहीं था l यह वायुमंडल बहुत विरल था l प्रारंभिक वायुमंडल हाइड्रोजन और हीलियम गैस से बना हुआ था l 

 विभिन्न प्रकार की परिघटना ओं के पश्चात पृथ्वी का निर्माण हुआ l वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी के तीन स्तर हैं:

सबसे ऊपरी परत को पर्पटी या भूपर्पटी कहते हैं l 

पृथ्वी के बीच की परत को मेंटल कहते हैं l 

सबसे आंतरिक परत को क्रोड कहा जाता है l क्रोड  के दो भाग हैं l 

1) आंतरिक क्रोड

2) बाह्य क्रोड 


सौर मंडल (Solar System)

सौरमंडल का निर्माण आठ ग्रह और उनके उपग्रह धूमकेतु शुद्र ग्रह आदि से मिलकर हुआ है l  हमारे सौरमंडल में बहुत सारे ऐसे ग्रह हैं l जो आकार में काफी छोटे हैं परंतु उनके लक्षण ग्रहों की तरह परिलक्षित होते हैं अतः इन्हें बौने ग्रह(Dwarf Planet) की संज्ञा दी गई है l  

सौरमंडल एक संक्षिप्त विवरण

नवंबर 2019 के आंकड़ों के अनुसार सौरमंडल में 

ग्रहों की संख्या = 8 

 ग्रहों के नाम – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति  शनि, नेपच्यून,यूरेनस (बढ़ते आकार के क्रम में )

उपग्रहों की संख्या=  205 

 बोने ग्रहों की संख्या = कोई निश्चित संख्या नहीं (अभी तक 50 से अधिक )

 बोनी ग्रहों के नाम –   प्लूटो,एरिस, मेकमेक,हौमिया, सीरस

 सबसे बड़ा बौना ग्रह  – प्लूटो

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